
नई दिल्लीः भारत में लगातार 11 साल तक सत्ता में रहने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कद वैश्विक स्तर पर लगातार बढ़ता जा रहा है। यह देखकर पूरी दुनिया हैरान रह गई है। एक अंतरराष्ट्रीय एजेंसी के सर्वे में वर्ल्ड अप्रूवल रेटिंग में पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन व इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू जैसे नेताओं को भारी अंतर से पीछे छोड़ते हुए पहले पायदान पर बने हुए हैं। इतना ही नहीं सर्वे के मुताबिक पूरे विश्व को अमेरिका और चीन से ज्यादा भारत के नेतृत्व पर भरोसा है। पीएम मोदी की इस लोकप्रियता को देखकर पूरा विश्व चकित है।
अमेरिकन एजेंसी ने किया सर्वे
अमेरिकन एजेंसी के सर्वे में पीएम मोदी ने सिर्फ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पीछे नहीं छोड़ा है, बल्कि कई अन्य वर्ल्ड लीडर्स भी उनसे बहुत पीछे छूट चुके हैं। ऑपरेशन सिंदूर पर विरामल लगने के 48 दिन बाद जो पहली इंटरनेशनल अप्रूवल रेटिंग आई है..उसमें नरेंद्र मोदी 78 परसेंट की रेटिंग के साथ दुनिया के टॉप वर्ल्ड लीडर बने हुए हैं। वहीं हिंदुस्तान से मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ सिर्फ 32 परसेंट की अप्रूवल रेटिंग पर अटके हैं।
ट्रंप पीएम मोदी से बहुत पीछे
इज़राएल-ईरान युद्ध में सीज़फायर की क्रेडिट लेने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने देश में सिर्फ 41 परसेंट की अप्रूवल रेटिंग पर अटके हुए हैं। इस वक्त सिर्फ नरेंद्र मोदी आगे चल रहे हैं। शहबाज़ शरीफ और डॉनल्ड ट्रंप दोनों काफी पीछे चल रहे हैं। मोदी के मुकाबले दुनिया के बाकी सारे वर्ल्ड लीडर्स की अप्रूवल रेटिंग भी तेज़ी से घट रही है।
11 साल से सत्ता में होने के बावजूद टॉप पर पीएम मोदी
पीएम मोदी लगातार 11 साल से सरकार चला रहे हैं और अब 12वें साल की ओर बढ़ रहे हैं। बावजूद वह लगातार टॉप रेटिंग पर बने हुए हैं। जबकि मोदी के मुकाबले में बाकी वर्ल्ड लीडर्स या तो जहां थे वहीं अटके पड़े हैं या फिर घट रहे हैं। इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसी Morning Consult में मोदी का ग्राफ उस वक्त 78 परसेंट पर पहुंचा है..जब मई के महीने में ही..पाकिस्तान के साथ भारत की 4 दिन वाली एक जंग हुई थी…और उस जंग के बाद भी..ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी…ना दुनिया का..और ना ही देश का..मोदी से भरोसा कम हुआ।
सर्वे ने विपक्ष और विरोधियों का एजेंडा किया बेनकाब
ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश के भीतर मोदी के सियासी विरोधियों ने सिर्फ भ्रम फैलाया..कि मोदी ने ट्रंप के कहने पर सीज़फायर का ऐलान कर दिया…मोदी ने सिर्फ ट्रंप का ऑर्डर फॉलो किया। मगर कांग्रेस के फैलाए इस फॉल्स नैरेटिव की पोल अमेरिकी एजेंसी के सर्वे ने पूरी तरह खोल दी है। मोदी इस वक्त भी 78 परसेंट की अप्रूवल रेटिंग के साथ..दुनिया के नंबर वन लीडर बने हुए हैं। इस सर्वे ने मोदी विरोधी एजेंडेबाजों की हवा निकाल दी है।
डोनाल्ड ट्रंप की अप्रूवल रेटिंग बेहद खराब
डोनाल्ड ट्रंप तो इज़राएल-ईरान युद्ध के बाद अपनी सबसे खराब अप्रूवल रेटिंग पर जा पहुंचे हैं। सबूत आपके सामने है। जबकि नरेंद्र मोदी..हर बीतते दिन के साथ एक नए मुकाम पर पहुंचते जा रहे हैं। अमेरिका के अलावा अब ऑस्ट्रेलिया के Lowy Institute के Global powers And world leaders वाले एक सर्वे से भी क्लियर हो गई है कि मोदी ही वर्ल्ड लीडर नंबर 1 हैं। ग्लोबल पावर एंड वर्ल्ड लीडर्स से लेकर..डिफेंस एंड सिक्योरिटी..हर जगह मोदी के ग्राफ में इज़ाफा हो गया है।
दुनिया को अमेरिका-चीन से ज्यादा भारत पर भरोसा
Lowy Institute 2025 के पोल में जब लोगों से पूछा गया..कि दुनिया में जिम्मेदारी के साथ एक्ट करने के मामले में आप अमेरिका पर कितना भरोसा करते हैं..तो इसके जवाब में सिर्फ 36 फीसदी ने अमेरिका का साथ दिया। जब यही सवाल हिंदुस्तान के संदर्भ में पूछा गया…तो 54 परसेंट लोगों की राय ये थी..कि भारत दुनिया में जिम्मेदारी के साथ एक्ट करके अपनी भूमिका अदा कर सकता है। वहीं दुनिया में ज़िम्मेदारी के साथ एक्ट करने के मामले में चीन को सिर्फ 20 परसेंट और रूस को सिर्फ 11 परसेंट लोगों ने सपोर्ट किया। इससे ये पता चलता है…कि ग्लोबल अफेयर्स में एक रिस्पॉन्सिबल स्टेट की ज़िम्मेदारी…अमेरिका..चीन और रूस की तुलना में भारत ज़्यादा अच्छे से निभा सकता है। अब Lowy Institute 2025 के सर्वे का अगला सवाल…और उसका जवाब..हिंदुस्तान में मोदी के दुश्मनों को Shocked कर देगा। क्योंकि इस सर्वे में Confidence in world leaders वाले सेगमेंट में चौंका देने वाली बात पता चली है।
वैश्विक मामलों में भी दुनिया को मोदी पर भरोसा
सर्वे में लोगों से सवाल पूछा गया..कि मौजूदा हालात को देखते हुए World Affairs में आपको दुनिया के किस नेता पर सबसे ज़्यादा Confidence यानी भरोसा है..इसके जवाब में…35 परसेंट ने मोदी पर भरोसा दिखाया…सिर्फ 25 परसेंट ने ट्रंप पर भरोसा दिखाया..जिनपिंग पर सिर्फ 16 परसेंट लोगों को कॉन्फिडेंस है..जबकि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर सिर्फ 8 परसेंट लोगों को भरोसा है।
पाकिस्तान में पीएम मोदी के नाम का खौफ
नरेंद्र मोदी की इस धमक का असर..मोदी के नाम का खौफ और डर…पाकिस्तान जैसे देश पर किस कदर हावी है..आज इसका भी सैंपल मोदी के दुश्मनों को देख लेना चाहिए….पाकिस्तान का पत्रकार हो..पाकिस्तान का नेता हो…या पाकिस्तानी पीएम हो..या मुनीर हो..सब मोदी का ही नाम ले रहे हैं..मोदी का नाम सुनकर ही थर थर कांप रहे हैं..और 24 घंटे यही रिपीट कर रहे हैं..कि मोदी हमला करने वाले हैं।
भारत के 88 फीसदी लोगों का भरोसा हैं मोदी
एक अन्य सर्वे के मुताबिक..भारत के 88 परसेंट लोग राष्ट्रीय महत्व के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी पर ट्रस्ट करते हैं। एक दूसरे सर्वे में भारत के 83 परसेंट लोगों की राय ये थी..कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत को पाकिस्तान पर बड़ी जीत मिली है। Global Optimism Index के मुताबिक..ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के 65 परसेंट लोगों का मानना है..कि हिंदुस्तान राइट डायरेक्शन में आगे बढ़ रहा है…जबकि Global Optimism Index में दुनिया का औसत सिर्फ 37 परसेंट है।
भारत की पहचान का स्तर बढ़ा
ऑपरेशन सिंदूर ने भारत में National Identity को भी बड़ा स्थान दिया है। Ipsos के सर्वे के मुताबिक..भारत के 73 परसेंट लोगों का मानना है कि युद्ध जैसे मुश्किल हालात में देश को डिफेंड करना बहुत ज़रूरी है..और ये काम नरेंद्र मोदी ने बखूबी किया है। भारत के विदेश मंत्री ने एक बार फिर साफ साफ लहज़े में पाकिस्तान को चेताया है कि अगर आतंकी हमले नहीं रुके तो पाकिस्तान पर हमले भी नहीं रुकेंगे और ये बात अब पाकिस्तानी भी मानकर बैठे हैं।